मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा उत्सव का समापन आज
अजमेर। भोलेश्वर मंदिर जीर्णोद्वार व मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन आज मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा, संत समागम व आम भंडारे की प्रसादी के साथ होगा। यह जानकारी देते हुए भोलेश्वर मंदिर सेवा ट्रस्ट जनता कॉलोनी वैशाली नगर अजमेर के अध्यक्ष जयकिशन पारवानी ने बताया कि कार्यक्रम का प्रारंभ सोमवार को वैशाली नगर स्थित संतोषी माता मंदिर से महिलाओं द्वारा कलश यात्रा नवनिर्मित मूर्तियों की शोभा यात्रा के साथ हुआ जो शहनाई व बैंड बाजों के साथ वैशाली नगर के विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए भोलेश्वर चौक स्थिति मंदिर पर समाप्त हुई शोभा यात्रा का पूरे मार्ग पर पुष्प वर्षा फल मिठाई आदि द्वारा भव्य स्वागत किया गया उसके पश्चात विद्वान पंडित कृष्ण कुमार व्यास व उनके सहयोगी पंडितों द्वारा विधि विधान के साथ 5 कुंडीय हवन यज्ञ करवाकर हवन कुट्टी ,कर्म नेत्रोंनिमलन, कलशाभिषेक, जलाधिवास व आरती करवाई गई।
ट्रस्ट के संगठन मंत्री ओमप्रकाश हीरानंदानी के अनुसार हवन पर जय किशन पारवानी, किशन लाल बाकलीवाल, साजन कोडवानी, वेद प्रकाश शर्मा, प्रकाश रतनानी, चंद्र प्रकाश शर्मा, सूर्य प्रकाश शर्मा, तीर्थदास गिदवानी आदि बैठे व इस अवसर पर गणमान्य लोगों व सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष किशनलाल बाकलीवाल के अनुसार मंगलवार को स्थापित देव पूजन अन्नधिवास, गंधाधिवास, घृताधिवास, औष्यधिवास, फलाधिवास,धूपाधिवास आदि कार्यक्रम हुए व आज बुधवार को प्रातः मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के बाद यज्ञ की पूर्णाहुति होगी 11 बजे संत समागम के साथ सेवा कार्यों में लगे कार्यकर्ता व सहयोग कर्ताओं को संतों द्वारा आशीर्वाद के बाद दोपहर 1:00 बजे आम भंडारे की प्रसादी के आयोजन के साथ तीन दिवसीय समारोह का समापन होगा।
ट्रस्ट के संगठन मंत्री ओमप्रकाश हीरानंदानी के अनुसार हवन पर जय किशन पारवानी, किशन लाल बाकलीवाल, साजन कोडवानी, वेद प्रकाश शर्मा, प्रकाश रतनानी, चंद्र प्रकाश शर्मा, सूर्य प्रकाश शर्मा, तीर्थदास गिदवानी आदि बैठे व इस अवसर पर गणमान्य लोगों व सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष किशनलाल बाकलीवाल के अनुसार मंगलवार को स्थापित देव पूजन अन्नधिवास, गंधाधिवास, घृताधिवास, औष्यधिवास, फलाधिवास,धूपाधिवास आदि कार्यक्रम हुए व आज बुधवार को प्रातः मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के बाद यज्ञ की पूर्णाहुति होगी 11 बजे संत समागम के साथ सेवा कार्यों में लगे कार्यकर्ता व सहयोग कर्ताओं को संतों द्वारा आशीर्वाद के बाद दोपहर 1:00 बजे आम भंडारे की प्रसादी के आयोजन के साथ तीन दिवसीय समारोह का समापन होगा।