दिव्यांग ईश्वर के दूत, सभी करें सेवा : भदेल
अजमेर। महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री अनिता भदेल ने कहा कि दिव्यांग ईश्वर के दूत हैं। समाज के प्रत्येक वर्ग को दिव्यांगों की सेवा के लिए तत्पर रहना चाहिए। राज्य सरकार ने प्रदेश में विशेष रूप से दिव्यांगों को सहूलियत के लिए योजना तैयार की है। प्रदेश के लाखों जरूरतमंद इन योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं।
महिला एवं बाल विकास मंत्री भदेल एवं समित शर्मा ने आज सूचना केंद्र में पं. दीनदयाल उपाध्याय विशेष योग्यजन शिविर का शुभारंभ किया। उन्होंने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के आयुक्त डॉ. समित शर्मा एवं जिला कलेक्टर गौरव गोयल के साथ दिव्यांगों को ट्राईसाईकिल, व्हील चेयर एवं कृत्रिम अंग वितरित किए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भदेल ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में राज्य सरकार पूरी तरह संवेदनशील होकर दिव्यांगों के हित में काम कर रही है। पहले सिर्फ सात श्रेणियों में दिव्यांगों को सहूलियत देकर उपकरण वितरित किए जाते थे। अब 21 श्रेणियों में उन्हें राहत प्रदान की जा रही है।
उन्होंने कहा कि विशेष योग्यजन शिविर में दिव्यांगों को कृत्रिम हाथ एवं पैर लगाकर लाभान्वित किया जा रहा है। यह अंग दिव्यांगों को निःशुल्क उपलब्ध कराए जा रहे है। इसी तरह अन्य उपकरणों से भी बड़ी संख्या में दिव्यांगाें को राहत मिली है। राज्य सरकार चाहती है कि समाज का यह वर्ग किसी तरह से उपेक्षित या वंचित नहीं रहे। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि अपने आसपास के दिव्यांगों को चिन्हित कर इन योजनाओं से लाभ दिलवाएं।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के आयुक्त डॉ. समित शर्मा ने कहा कि विभाग द्वारा 62 प्रमुख योजनाओं के माध्यम से राज्य के 80 लाख लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है। प्रदेश के 64 लाख पेंशनर्स को महिने के पहले सप्ताह में उनके बैंक खातों के माध्यम से पेंशन प्राप्त हो जाती है। राज्य सरकार चाहती है कि तकनीक के सहारे दिव्यांगों को समाज की मुख्यधारा में शामिल किया जाए। कृत्रिम हाथ और पैर तथा अन्य उपकरणों को नवीनतम तकनीक से तैयार किया जा रहा है ताकि दिव्यांगों को अधिकतम राहत मिल सके। इसके अलावा अनुप्रति योजना, छात्रवृति योजना, रोजगार एवं अन्य योजनाओं से दिव्यांगों को लाभान्वित किया जा रहा है।
जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने शिविर का निरीक्षण कर भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक पात्र दिव्यांग को शिविर का लाभ प्रदान किया जाए। राज्य सरकार, जिला प्रशासन एवं भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति द्वारा आयोजित इस शिविर में पहले दिन प्रथम दिन ब्यावर, जवाजा, पीसांगन, भिनाय एवं मसूदा के विशेष योग्यजनों को उपकरण वितरित किए किए गए। कल 22 मार्च को केकड़ी, सरवाड़, अरांई एवं श्रीनगर तथा तीसरे दिन 23 मार्च को अजमेर, किशनगढ़, नसीराबाद एवं पुष्कर के दिव्यांगों को लाभान्वित किया जाएगा।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूण गर्ग ने बताया कि समस्त पूर्व में चिह्नित दिव्यांगजनों को शिविर में अपना पहचान पत्र मय छायाप्रति, पासपोर्ट साईज फोटो और मोबाइल नम्बर आवश्यक रूप से साथ लाने होंगे। ऎसे दिव्यांगजन जिनका पूर्व में चिकित्सा विभाग द्वारा मोटर्राईजड ट्राई साईकल,कृत्रिम हाथ एवं स्मार्ट फोन के लिए चिन्हिकरण किया गया है, वे शिविर में उपस्थित नही होवे। उनके लिये पृथक् से शिविर का आयोजन किया जावेगा। जिसकी सूचना भविष्य में चिह्नित दिव्यांगजन को उपलब्ध करवा दी जावेगी। उन्होंने बताया कि समस्त दिव्यांंगजनों को अपना आधार कार्ड, भामाशाह कार्ड, पासपोर्ट साईज फोटो एवं अन्य आवश्यक दस्तावेज छायाप्रति साथ में लेकर आनी होगी।
महिला एवं बाल विकास मंत्री भदेल एवं समित शर्मा ने आज सूचना केंद्र में पं. दीनदयाल उपाध्याय विशेष योग्यजन शिविर का शुभारंभ किया। उन्होंने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के आयुक्त डॉ. समित शर्मा एवं जिला कलेक्टर गौरव गोयल के साथ दिव्यांगों को ट्राईसाईकिल, व्हील चेयर एवं कृत्रिम अंग वितरित किए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भदेल ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में राज्य सरकार पूरी तरह संवेदनशील होकर दिव्यांगों के हित में काम कर रही है। पहले सिर्फ सात श्रेणियों में दिव्यांगों को सहूलियत देकर उपकरण वितरित किए जाते थे। अब 21 श्रेणियों में उन्हें राहत प्रदान की जा रही है।
उन्होंने कहा कि विशेष योग्यजन शिविर में दिव्यांगों को कृत्रिम हाथ एवं पैर लगाकर लाभान्वित किया जा रहा है। यह अंग दिव्यांगों को निःशुल्क उपलब्ध कराए जा रहे है। इसी तरह अन्य उपकरणों से भी बड़ी संख्या में दिव्यांगाें को राहत मिली है। राज्य सरकार चाहती है कि समाज का यह वर्ग किसी तरह से उपेक्षित या वंचित नहीं रहे। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि अपने आसपास के दिव्यांगों को चिन्हित कर इन योजनाओं से लाभ दिलवाएं।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के आयुक्त डॉ. समित शर्मा ने कहा कि विभाग द्वारा 62 प्रमुख योजनाओं के माध्यम से राज्य के 80 लाख लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है। प्रदेश के 64 लाख पेंशनर्स को महिने के पहले सप्ताह में उनके बैंक खातों के माध्यम से पेंशन प्राप्त हो जाती है। राज्य सरकार चाहती है कि तकनीक के सहारे दिव्यांगों को समाज की मुख्यधारा में शामिल किया जाए। कृत्रिम हाथ और पैर तथा अन्य उपकरणों को नवीनतम तकनीक से तैयार किया जा रहा है ताकि दिव्यांगों को अधिकतम राहत मिल सके। इसके अलावा अनुप्रति योजना, छात्रवृति योजना, रोजगार एवं अन्य योजनाओं से दिव्यांगों को लाभान्वित किया जा रहा है।
जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने शिविर का निरीक्षण कर भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक पात्र दिव्यांग को शिविर का लाभ प्रदान किया जाए। राज्य सरकार, जिला प्रशासन एवं भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति द्वारा आयोजित इस शिविर में पहले दिन प्रथम दिन ब्यावर, जवाजा, पीसांगन, भिनाय एवं मसूदा के विशेष योग्यजनों को उपकरण वितरित किए किए गए। कल 22 मार्च को केकड़ी, सरवाड़, अरांई एवं श्रीनगर तथा तीसरे दिन 23 मार्च को अजमेर, किशनगढ़, नसीराबाद एवं पुष्कर के दिव्यांगों को लाभान्वित किया जाएगा।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूण गर्ग ने बताया कि समस्त पूर्व में चिह्नित दिव्यांगजनों को शिविर में अपना पहचान पत्र मय छायाप्रति, पासपोर्ट साईज फोटो और मोबाइल नम्बर आवश्यक रूप से साथ लाने होंगे। ऎसे दिव्यांगजन जिनका पूर्व में चिकित्सा विभाग द्वारा मोटर्राईजड ट्राई साईकल,कृत्रिम हाथ एवं स्मार्ट फोन के लिए चिन्हिकरण किया गया है, वे शिविर में उपस्थित नही होवे। उनके लिये पृथक् से शिविर का आयोजन किया जावेगा। जिसकी सूचना भविष्य में चिह्नित दिव्यांगजन को उपलब्ध करवा दी जावेगी। उन्होंने बताया कि समस्त दिव्यांंगजनों को अपना आधार कार्ड, भामाशाह कार्ड, पासपोर्ट साईज फोटो एवं अन्य आवश्यक दस्तावेज छायाप्रति साथ में लेकर आनी होगी।