दो दिवसीय चेटीचंड महोत्सव का आगाज आज से
भीलवाड़ा। सिंधी समाज के आराध्य देव भगवान झूलेलाल का अवतरण दिवस चेटीचंड महोत्सव' महापर्व 19 मार्च को पूरे जिले में समाज स्तर पर हर्षोल्लासपूर्वक मनाया जायेगा। झूलेलाल मित्रमंडल चेटीचंड महोत्सव समिती के प्रवक्ता पंकज हेमराजानी ने बताया कि दो दिवसीय आयोजनों के अंतर्गत पहले दिन रविवार, 18 मार्च को प्रातः 11 बजे संत कंवरराम सर्कल सिंधुनगर से वाहन रैली एवं नाथद्वारा सराय स्थित पूज्य दादा साहेब झूलेलाल मंदिर में दोपहर 12.15 बजे ध्वजारोहण के साथ धार्मिक आयोजनों की श्रंखला का आगाज होगा, दोपहर 1 बजे से श्रद्धालुओं के लिये हथ प्रसादी का आयोजन होगा। साथ ही रात्रि 8.30 बजे से बालक-बालिकाओं द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं जायेंगी। भजन मंडलियों द्वारा झूलेलाल भगवान का स्तुतिगान किया जायेगा।
चेटीचंड के मुख्य आयोजन के तहत सोमवार, 19 मार्च को सवेरे 9 बजे से मंदिर प्रांगण में नन्हें मुन्ने बालकों के मुण्डन व जनेऊ संस्कार सम्पन्न कराये जायेंगे। दोपहर 1 बजे से आम भंडारा आयोजित कर श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया जायेंगा। दोपहर 2 बजे बहिराणा साहिब की तैय्यारियां प्रारम्भ की जायेंगी। इस दौरान मंदिर में भजन कीर्तन एवं सिंधी गैर नृत्य छैज का दौर अनवरत रूप से जारी रहेगा। सांयकाल 4 बजे से मंदिर से विशाल धार्मिक शोभायात्रा नगर में निकाली जायेगी जिसका विभिन्न स्थानों पर दूसरे समाजों एवं अन्य संस्थाओं द्वारा तोरण द्वार लगा कर व पुष्प वर्षा करके स्वागत किया जायेगा। शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के लिये मार्ग में कई जगह शीतल पेय की स्टालें भी लगाई जायेंगी। शोभायात्रा में बघ्घियों में सवार सिंधी समाज के संत-महात्मा जनसमुदाय को अपना आशिर्वाद देते चलेंगे। विभिन्न झूलेलाल मंदिरों के बैवाण एवं कई आकर्षक धार्मिक झांकियां भी मुख्य शोभायात्रा में सम्मिलित रहेंगी। शोभायात्रा शाम 5 बजे स्टेशन चौराहे पहुंचेगी। वहां से विभिन्न मार्गों से नगर भ्रमण करते हुए रात्री 9 बजे सिंधुनगर पहुंचेगी जहां संत कंवरराम सर्कल (नीम वाले कुंए) पर उसका समापन होगा। तत्पश्चात सिंधुनगर स्थित संत कंवरराम सर्कल के निकट सिंधी समाज का सामूहिक स्नेह भोज आयोजित किया जायेगा।
चेटीचंड की सभी तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिये विगत दिनों सिंधी समाज की सभी प्रमुख सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारियों की कई संयुक्त बैठकें दादा गोविंदराम की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इसी तरह चेटीचंड के उपलक्ष में नगर में सिंधी समाज के सभी झूलेलाल मंदिरों की आकर्षक रूप से सजावट करके भगवान झूलेलाल की प्रतिमाओं को विशेष रूप से श्रंगारित किया जायेगा। वहीं चेटीचंड के दिवस स्थानीय कृषि उपज फल-सब्जी मंडी सहित पूरे जिले में सिंधी समाज के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों में स्वेच्छिक अवकाश रहेगा।
चेटीचंड के मुख्य आयोजन के तहत सोमवार, 19 मार्च को सवेरे 9 बजे से मंदिर प्रांगण में नन्हें मुन्ने बालकों के मुण्डन व जनेऊ संस्कार सम्पन्न कराये जायेंगे। दोपहर 1 बजे से आम भंडारा आयोजित कर श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया जायेंगा। दोपहर 2 बजे बहिराणा साहिब की तैय्यारियां प्रारम्भ की जायेंगी। इस दौरान मंदिर में भजन कीर्तन एवं सिंधी गैर नृत्य छैज का दौर अनवरत रूप से जारी रहेगा। सांयकाल 4 बजे से मंदिर से विशाल धार्मिक शोभायात्रा नगर में निकाली जायेगी जिसका विभिन्न स्थानों पर दूसरे समाजों एवं अन्य संस्थाओं द्वारा तोरण द्वार लगा कर व पुष्प वर्षा करके स्वागत किया जायेगा। शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के लिये मार्ग में कई जगह शीतल पेय की स्टालें भी लगाई जायेंगी। शोभायात्रा में बघ्घियों में सवार सिंधी समाज के संत-महात्मा जनसमुदाय को अपना आशिर्वाद देते चलेंगे। विभिन्न झूलेलाल मंदिरों के बैवाण एवं कई आकर्षक धार्मिक झांकियां भी मुख्य शोभायात्रा में सम्मिलित रहेंगी। शोभायात्रा शाम 5 बजे स्टेशन चौराहे पहुंचेगी। वहां से विभिन्न मार्गों से नगर भ्रमण करते हुए रात्री 9 बजे सिंधुनगर पहुंचेगी जहां संत कंवरराम सर्कल (नीम वाले कुंए) पर उसका समापन होगा। तत्पश्चात सिंधुनगर स्थित संत कंवरराम सर्कल के निकट सिंधी समाज का सामूहिक स्नेह भोज आयोजित किया जायेगा।
चेटीचंड की सभी तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिये विगत दिनों सिंधी समाज की सभी प्रमुख सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारियों की कई संयुक्त बैठकें दादा गोविंदराम की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इसी तरह चेटीचंड के उपलक्ष में नगर में सिंधी समाज के सभी झूलेलाल मंदिरों की आकर्षक रूप से सजावट करके भगवान झूलेलाल की प्रतिमाओं को विशेष रूप से श्रंगारित किया जायेगा। वहीं चेटीचंड के दिवस स्थानीय कृषि उपज फल-सब्जी मंडी सहित पूरे जिले में सिंधी समाज के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों में स्वेच्छिक अवकाश रहेगा।