15 मार्च को खुलेगा बंधन बैंक का आईपीओ, 19 को होगा बंद
जयपुर। बंधन बैंक लिमिटेड ने 15 मार्च को अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम लाने का प्रस्ताव रखा है। कंपनी इस निर्गम के माध्यम से 119,280,494 इक्विटी शेयरों का आॅफर कर रही है। इसमें 97,663,910 इक्विटी शेयरों का ताजा निर्गम शामिल है, जबकि आईएफसी द्वारा 14,050,780 इक्विटी शेयरों और आईएफसी एफआईजी द्वारा 7,565,804 इक्विटी शेयरों की बिक्री की पेशकश की जायेगी। जबकि बिड/निर्गम बंद होने की तारीख 19 मार्च रखी गई है।
निर्गम का प्राइस बैंड 370 रुपए से 375 रुपए प्रति इक्विटी शेयर है। बिड्स न्यूनतम 40 इक्विटी शेयरों एवं उसके बाद 40 इक्विटी शेयरों के गुणक में लगाई जा सकती हैं। इक्विटी शेयरों को 7 मार्च, 2018 के आरएचपी के जरिये पेश किया जा रहा है। इक्विटी शेयर बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध होना प्रस्तावित हैं। निर्गम के लिए बीआरएलएम्स कोटक महिन्द्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, ऐक्सिस कैपिटल लिमिटेड, गोल्डमैन सैश (इंडिया) सिक्युरिटीज प्राइवेट लिमिटेड, जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड और जे.पी. माॅर्गन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड हैं। कार्वी कम्प्यूटर शेयर प्राइवेट लिमिटेड को इस निर्गम के लिए रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है।
बंधन बैंक के प्रबंध निदेशक व सीईओ चंद्रशेखर घोष ने बताया कि यह निर्गम एससीआरआर 1957 के नियम 19 (2)(बी) के अनुसार लाया जा रहा है, जिसमें हमारी कंपनी की कम से कम 10 प्रतिशत निर्गम-पश्चात इक्विटी शेयर पूंजी को सार्वजनिक तौर पर पेश किया जायेगा। यह आॅफर संशोधित सिक्युरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड आॅफ इंडिया (इश्यू आॅफ कैपिटल एंड डिस्क्लोजर रिक्वाॅयरमेंट्स) रेगुलेशंस 2009, के नियम 26 (1) (‘‘सेबी आइसीडीआर रेगुलेशंस‘‘) के अनुसार, बुक बिल्डिंग प्रोसेस के माध्यम से लाया जा रहा है।
उन्होेंने बताया कि इसके तहत शुद्ध निर्गम का 50 प्रतिशत आनुपातिक आधार पर क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआइबी पोर्शन) को आवंटन के लिए उपलब्ध होगा। क्यूआइबी पोर्शन का 5 प्रतिशत आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए सिर्फ म्यूचुअल फंडों के लिए उपलब्ध होगा। शेष शुद्ध क्यूआईबी हिस्सा आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए सभी क्यूआइबी बिडर्स जिसमें म्यूचुअल फंड शामिल हैं, के लिए उपलब्ध होगा। इसे निर्गम की कीमत पर या इससे अधिक दाम पर वैध बिड्स मिलना अनिवार्य हैं।
वहीं कंपनी के चीफ फाइनेंस आॅफिसर सुनील सम्दानी ने बताया कि यदि म्यूचुअल फंडों के लिए एग्रीगेट मांग क्यूआइबी हिस्से के 5 प्रतिशत से कम रहती है, तो शेष इक्विटी शेयर जोकि म्यूचुअल फंड हिस्से में आवंटन के लिए उपलब्ध हैं, को क्यूआईबी के अनुपातिक आवंटन के लिए शेष क्यूआइबी हिस्से में जोड़ दिया जायेगा। यही नहीं, सेबी आइसीडीआर रेगुलेशंस के नियमों के अनुसार निर्गम का कम से कम 15 प्रतिशत हिस्सा आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए गैर संस्थागत निवेशकों के लिए, जबकि कम से कम 35 प्रतिशत हिस्सा खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों के लिए उपलब्ध होगा।
उन्होंने कहा कि इन्हें निर्गम की कीमत पर या इससे अधिक दाम पर वैध बिड्स मिलना अनिवार्य हैं। सभी संभावित बिडर्स को एएसबीए प्रोसेस के माध्यम से आॅफर में भाग लेना अनिवार्य है। इसके लिये उन्हें अपने संबंधित खाते का विवरण उपलब्ध कराना होगा, जिसे सेल्फ सर्टिफाइड सिंडीकेट बैंक्स द्वारा ब्लाॅक किया जायेगा।
निर्गम का प्राइस बैंड 370 रुपए से 375 रुपए प्रति इक्विटी शेयर है। बिड्स न्यूनतम 40 इक्विटी शेयरों एवं उसके बाद 40 इक्विटी शेयरों के गुणक में लगाई जा सकती हैं। इक्विटी शेयरों को 7 मार्च, 2018 के आरएचपी के जरिये पेश किया जा रहा है। इक्विटी शेयर बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध होना प्रस्तावित हैं। निर्गम के लिए बीआरएलएम्स कोटक महिन्द्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, ऐक्सिस कैपिटल लिमिटेड, गोल्डमैन सैश (इंडिया) सिक्युरिटीज प्राइवेट लिमिटेड, जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड और जे.पी. माॅर्गन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड हैं। कार्वी कम्प्यूटर शेयर प्राइवेट लिमिटेड को इस निर्गम के लिए रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है।
बंधन बैंक के प्रबंध निदेशक व सीईओ चंद्रशेखर घोष ने बताया कि यह निर्गम एससीआरआर 1957 के नियम 19 (2)(बी) के अनुसार लाया जा रहा है, जिसमें हमारी कंपनी की कम से कम 10 प्रतिशत निर्गम-पश्चात इक्विटी शेयर पूंजी को सार्वजनिक तौर पर पेश किया जायेगा। यह आॅफर संशोधित सिक्युरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड आॅफ इंडिया (इश्यू आॅफ कैपिटल एंड डिस्क्लोजर रिक्वाॅयरमेंट्स) रेगुलेशंस 2009, के नियम 26 (1) (‘‘सेबी आइसीडीआर रेगुलेशंस‘‘) के अनुसार, बुक बिल्डिंग प्रोसेस के माध्यम से लाया जा रहा है।
उन्होेंने बताया कि इसके तहत शुद्ध निर्गम का 50 प्रतिशत आनुपातिक आधार पर क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआइबी पोर्शन) को आवंटन के लिए उपलब्ध होगा। क्यूआइबी पोर्शन का 5 प्रतिशत आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए सिर्फ म्यूचुअल फंडों के लिए उपलब्ध होगा। शेष शुद्ध क्यूआईबी हिस्सा आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए सभी क्यूआइबी बिडर्स जिसमें म्यूचुअल फंड शामिल हैं, के लिए उपलब्ध होगा। इसे निर्गम की कीमत पर या इससे अधिक दाम पर वैध बिड्स मिलना अनिवार्य हैं।
वहीं कंपनी के चीफ फाइनेंस आॅफिसर सुनील सम्दानी ने बताया कि यदि म्यूचुअल फंडों के लिए एग्रीगेट मांग क्यूआइबी हिस्से के 5 प्रतिशत से कम रहती है, तो शेष इक्विटी शेयर जोकि म्यूचुअल फंड हिस्से में आवंटन के लिए उपलब्ध हैं, को क्यूआईबी के अनुपातिक आवंटन के लिए शेष क्यूआइबी हिस्से में जोड़ दिया जायेगा। यही नहीं, सेबी आइसीडीआर रेगुलेशंस के नियमों के अनुसार निर्गम का कम से कम 15 प्रतिशत हिस्सा आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए गैर संस्थागत निवेशकों के लिए, जबकि कम से कम 35 प्रतिशत हिस्सा खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों के लिए उपलब्ध होगा।
उन्होंने कहा कि इन्हें निर्गम की कीमत पर या इससे अधिक दाम पर वैध बिड्स मिलना अनिवार्य हैं। सभी संभावित बिडर्स को एएसबीए प्रोसेस के माध्यम से आॅफर में भाग लेना अनिवार्य है। इसके लिये उन्हें अपने संबंधित खाते का विवरण उपलब्ध कराना होगा, जिसे सेल्फ सर्टिफाइड सिंडीकेट बैंक्स द्वारा ब्लाॅक किया जायेगा।