झील संरक्षण समिति की बैठक, आनासागर सौन्दर्यीकरण के लिए अवैध निर्माण एवं अतिक्रमण हटाने के निर्देश
अजमेर। जिले की प्रमुख झील आनासागर, किशनगढ़ की गुंदोलाव तथा केकड़ी की कनक सागर झीलों का सौन्दर्यीकरण एवं वहां पर्यटकों की आवाजाही बढ़ाने के लिए विकास कार्यों को गति दी जाएगी। वहीं झील क्षेत्र में अवैध निर्माण एवं अतिक्रमणों को सख्ती से हटाया जाएगा।
यह निर्णय शुक्रवार को जिला कलक्टर गौरव गोयल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्तरीय झील संरक्षण समिति की बैठक में लिया गया। जिला कलेक्टर ने नगर निगम आयुक्त को निर्देशित किया कि वे आनासागर झील के चारो ओर अतिक्रमण एवं अवैध निर्माण हटाए। वहीं आवासीय स्वीकृतियों के स्थान पर व्यावसायिक गतिविधियों को रोकने के लिए पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि झील में स्नान करना व कपड़े धोने पर रोक है। ऎसे में यदि कोई इस प्रकार का कृत्य करता है तो नगर निगम कार्यवाही करे।
जिला कलक्टर ने निर्देशित किया कि झील सीमा क्षेत्र में राजस्व मैप के अनुसार सर्वे कर मोटाम लगाए जाए। इस कार्य में गति लायी जाए। उन्होंने कहा कि झील को अधिसूचित घोषित कर दिया गया है। ऎसे में झील क्षेत्र में यदि कोई कार्य कराया जाता है तो झील प्राधिकरण की स्वीकृति अवश्य ली जाए।
बैठक में बताया गया कि आनासागर झील से मत्स्य का ठेका लगभग 1.30 करोड़ का होता है। जिला कलेक्टर ने ठेके राशि मे से कुछ राशि प्राधिकरण को दिए जाने के संबंध में राज्य सरकार को लिखने के निर्देश दिए। उन्होंने सागर विहार के पास मिनी बर्ड सेंचूरी की प्रगति की भी स्मार्ट सिटी के अधिक्षण अभियंता से जानकारी प्राप्त की।
बैठक में बताया गया कि अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा झील क्षेत्र के कुछ खसरे छूटने के संबंध में लिखा गया है। जिस पर जिला कलक्टर ने नगर निगम आयुक्त को संबंधित खसरों का प्रशिक्षण एवं सर्वे कराने के भी निर्देश दिए।
बैठक में किशनगढ़ की गुंदोलाव झील को अधिसूचित करने के संबंध में सरकार को अनुशंसा भिजवायी गयी थी। जिसका पुन स्मरण कराने का निर्णय लिया गया। झील में फाउंटेन लगाने के भी निर्देश दिए गए। इसी प्रकार केकड़ी के कनक सागर को भी विकसित करने के लिए प्रस्ताव तैयार किए जाएंगे। इसके लिए सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता, उपखण्ड अधिकारी केकड़ी, नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी तथा एसटीपी का प्रतिनिधि मिलकर प्रस्ताव तैयार करेंगे।
बैठक में अजमेर के फॉयसागर तालाब, ब्यावर के बिचड़ली तालाब तथा खरवा के निकट फूल सागर तालाब को भी विकसित करने के प्रस्ताव तैयार करने के लिए नगर निगम को निर्देशित किया गया है।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी भगवत सिंह, नगर निगम के आयुक्त हिमांशु गुप्ता, उप वन संरक्षक अजय चितौड़ा, समस्त नगर पालिकाओं के अधिशाषी अधिकारी एवं संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।
यह निर्णय शुक्रवार को जिला कलक्टर गौरव गोयल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्तरीय झील संरक्षण समिति की बैठक में लिया गया। जिला कलेक्टर ने नगर निगम आयुक्त को निर्देशित किया कि वे आनासागर झील के चारो ओर अतिक्रमण एवं अवैध निर्माण हटाए। वहीं आवासीय स्वीकृतियों के स्थान पर व्यावसायिक गतिविधियों को रोकने के लिए पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि झील में स्नान करना व कपड़े धोने पर रोक है। ऎसे में यदि कोई इस प्रकार का कृत्य करता है तो नगर निगम कार्यवाही करे।
जिला कलक्टर ने निर्देशित किया कि झील सीमा क्षेत्र में राजस्व मैप के अनुसार सर्वे कर मोटाम लगाए जाए। इस कार्य में गति लायी जाए। उन्होंने कहा कि झील को अधिसूचित घोषित कर दिया गया है। ऎसे में झील क्षेत्र में यदि कोई कार्य कराया जाता है तो झील प्राधिकरण की स्वीकृति अवश्य ली जाए।
बैठक में बताया गया कि आनासागर झील से मत्स्य का ठेका लगभग 1.30 करोड़ का होता है। जिला कलेक्टर ने ठेके राशि मे से कुछ राशि प्राधिकरण को दिए जाने के संबंध में राज्य सरकार को लिखने के निर्देश दिए। उन्होंने सागर विहार के पास मिनी बर्ड सेंचूरी की प्रगति की भी स्मार्ट सिटी के अधिक्षण अभियंता से जानकारी प्राप्त की।
बैठक में बताया गया कि अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा झील क्षेत्र के कुछ खसरे छूटने के संबंध में लिखा गया है। जिस पर जिला कलक्टर ने नगर निगम आयुक्त को संबंधित खसरों का प्रशिक्षण एवं सर्वे कराने के भी निर्देश दिए।
बैठक में किशनगढ़ की गुंदोलाव झील को अधिसूचित करने के संबंध में सरकार को अनुशंसा भिजवायी गयी थी। जिसका पुन स्मरण कराने का निर्णय लिया गया। झील में फाउंटेन लगाने के भी निर्देश दिए गए। इसी प्रकार केकड़ी के कनक सागर को भी विकसित करने के लिए प्रस्ताव तैयार किए जाएंगे। इसके लिए सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता, उपखण्ड अधिकारी केकड़ी, नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी तथा एसटीपी का प्रतिनिधि मिलकर प्रस्ताव तैयार करेंगे।
बैठक में अजमेर के फॉयसागर तालाब, ब्यावर के बिचड़ली तालाब तथा खरवा के निकट फूल सागर तालाब को भी विकसित करने के प्रस्ताव तैयार करने के लिए नगर निगम को निर्देशित किया गया है।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी भगवत सिंह, नगर निगम के आयुक्त हिमांशु गुप्ता, उप वन संरक्षक अजय चितौड़ा, समस्त नगर पालिकाओं के अधिशाषी अधिकारी एवं संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।