जयपुर में केन्द्रीय मंत्री सीआर चौधरी ने किया इंडिया जेमस्टोन वीक का उद्घाटन
जयपुर। गुलाबी नगरी जयपुर में कुकस स्थित फेयर मोंट होटल में आयोजित एक भव्य समारोह के दौरान केन्द्रीय वाणिज्य, उद्योग, भोजन एवं सावर्जनिक वितरण तथा उपभोक्ता मामलों के मंत्री सी आर चैधरी ने इंडिया जेमस्टोन वीक के पहले संस्करण का उद्घाटन किया। वहीं इस मौके पर चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल, कन्वेनर- इन्टरनेशनल एक्ज़हीबिशन दिलिप सिंह, रीजनल डायरेक्टर संजय सिंह, रीजलन चेयरमैन राजस्थान निर्मल कुमार बर्दिया को-कन्वेनर इंटरनेशनल एक्ज़हीबिशन विजय केड़िया भी मौजूद रहे।
तीन दिवसीय जेमस्टोन वीक का आयोजन 15 से 17 अप्रैल तक किया जाएगा, जिसमें अंतरराष्ट्रीय रत्न उद्योग में भारत की क्षमताओं तथा इस उद्योग में देश की बेहतरीन कारीगारी पर प्रकाश डाला जाएगा। जेम्स एण्ड ज्वैलरी प्रोमोशन एक्सपोर्ट काउन्सिल द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम, अंतरराष्ट्रीय नीति निर्माताओं तथा रत्नों के स्थानीय निर्माताओं को एक ही मंच पर लाएगा तथा अंतरराष्ट्रीय खरीददारों और विक्रेताओं को विश्वस्तरीय कारोबार के अवसर उपलब्ध कराएगा।
इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री सीआर चौधरी ने कहा कि मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि भारतीय रत्न उद्योग ‘मेक इन इण्डिया’ में अपना योगदान दे रहा है। यह उद्योग प्रधानमंत्री के कौशल विकास दृष्टिकोण के अनुरूप 2 लाख से अधिक लोगों को कौशल एवं रोजगर प्रदान कर भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास भी योगदान दे रहा है। मुझे विश्वास है कि आने वाले सालों में दुनियाभर में रत्नों की मांग बढ़ने केे साथ भारतीय उद्योग अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में अपने आप को मजबूती से स्थापित कर लेगा। मुझे पूरा भरोसा है कि निकट भविष्य में भारतीय रत्न उद्योग नए मानक स्थापित करेगा और पहले से कहीं अधिक संगठित हो जाएगा।
वहीं जीजेईपीसी के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने कहा कि जीजेईपीसी हमेशा से भारतीय उद्योग को हीरों, रत्नों एवं आभूषणों के क्षेत्र में अपनी क्षमता प्रदर्शित करने के अवसर प्रदान करता रहा है। इस उद्योग के विकास के लिए मार्ग प्रशस्त करता रहा है। इंडिया जेमस्टोन वीक एक अनूठा मंच है, जहां 22 देशों से 89 अंतरराष्ट्रीय खरीददार हिस्सा लेंगे। भारत से 36 निर्माता कीमती एवं अर्द्ध कीमती रत्नों की कटिंग, पाॅलिशिंग में अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करेंगे।
अग्रवाल ने कहा कि कलर्ड जेमस्टेन का निर्यात आज 425 मिलियन अमेरिकी डाॅलर के स्तर पर पहुंच गया है और भारत का रत्न एवं आभूषण उद्योग आज 5 मिलियन लोगों को रोजगार प्रदान करता है। जीजेईपीसी प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण पर करते हुए इस क्षेत्र में रोजगार के अवसरों को प्रोत्साहित करता है। काउन्सिल माननीय वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभू के मार्गदर्शन में देशभर में काॅमन फेसिलिटी सेंटर और ज्वैलरी पार्क स्थापित करेगा, जिससे इस क्षेत्र में रोजगार को प्रोत्साहन मिलेगा।
उन्होंने कहा कि भारत में रत्नों एवं आभूषणों का 43 बिलियन का निर्यात उद्योग देश के सकल घरेलू उत्पाद में 7 फीसदी और कन्ट्री मर्चेन्डाइज़ निर्यात में 15 फीसदी का योगदान देता है। हम जयपुर में जेम बोर्स की स्थपना के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार के साथ बातचीत कर रहे हैं, जो कलर्ड जेमस्टोन उद्योग को विश्वस्तरीय बाज़ार के समकक्ष लाने में मददगार साबित होगा और साथ ही इस सेक्टर में हज़ारो नौकरियां भी पैदा करेगा।’’
आपको बता दें कि तीन दिवसीय जेमस्टोन वीक में कई देशों जैसे अल्जीरिया, आर्मेनिया, चीन, इजिप्ट, जर्मनी, इटली, जोर्डन, कजा़किस्तान, लेबनाॅन, कातर, रूस, सउदी अरब, स्पेन, ताईवान, यूएई, यूके, उज़बेकिस्तान से अंतरराष्ट्रीय मेहमनों को भरपूर अवसर प्रदान करेगा। उन्हें रत्न उद्योग की आपूर्ति श्रृंखला, मौजूदा कारोबार प्रथाओं के बारे में जानने का मौका देगा। इसके अलावा भारत से शीर्ष पायदान के 36 रत्न निर्माताओं को 22 देशों से आए 89 खरीददारों के साथ इन्टरैक्ट करने का मौका मिलेगा।
तीन दिवसीय जेमस्टोन वीक का आयोजन 15 से 17 अप्रैल तक किया जाएगा, जिसमें अंतरराष्ट्रीय रत्न उद्योग में भारत की क्षमताओं तथा इस उद्योग में देश की बेहतरीन कारीगारी पर प्रकाश डाला जाएगा। जेम्स एण्ड ज्वैलरी प्रोमोशन एक्सपोर्ट काउन्सिल द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम, अंतरराष्ट्रीय नीति निर्माताओं तथा रत्नों के स्थानीय निर्माताओं को एक ही मंच पर लाएगा तथा अंतरराष्ट्रीय खरीददारों और विक्रेताओं को विश्वस्तरीय कारोबार के अवसर उपलब्ध कराएगा।
इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री सीआर चौधरी ने कहा कि मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि भारतीय रत्न उद्योग ‘मेक इन इण्डिया’ में अपना योगदान दे रहा है। यह उद्योग प्रधानमंत्री के कौशल विकास दृष्टिकोण के अनुरूप 2 लाख से अधिक लोगों को कौशल एवं रोजगर प्रदान कर भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास भी योगदान दे रहा है। मुझे विश्वास है कि आने वाले सालों में दुनियाभर में रत्नों की मांग बढ़ने केे साथ भारतीय उद्योग अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में अपने आप को मजबूती से स्थापित कर लेगा। मुझे पूरा भरोसा है कि निकट भविष्य में भारतीय रत्न उद्योग नए मानक स्थापित करेगा और पहले से कहीं अधिक संगठित हो जाएगा।
वहीं जीजेईपीसी के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने कहा कि जीजेईपीसी हमेशा से भारतीय उद्योग को हीरों, रत्नों एवं आभूषणों के क्षेत्र में अपनी क्षमता प्रदर्शित करने के अवसर प्रदान करता रहा है। इस उद्योग के विकास के लिए मार्ग प्रशस्त करता रहा है। इंडिया जेमस्टोन वीक एक अनूठा मंच है, जहां 22 देशों से 89 अंतरराष्ट्रीय खरीददार हिस्सा लेंगे। भारत से 36 निर्माता कीमती एवं अर्द्ध कीमती रत्नों की कटिंग, पाॅलिशिंग में अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करेंगे।
अग्रवाल ने कहा कि कलर्ड जेमस्टेन का निर्यात आज 425 मिलियन अमेरिकी डाॅलर के स्तर पर पहुंच गया है और भारत का रत्न एवं आभूषण उद्योग आज 5 मिलियन लोगों को रोजगार प्रदान करता है। जीजेईपीसी प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण पर करते हुए इस क्षेत्र में रोजगार के अवसरों को प्रोत्साहित करता है। काउन्सिल माननीय वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभू के मार्गदर्शन में देशभर में काॅमन फेसिलिटी सेंटर और ज्वैलरी पार्क स्थापित करेगा, जिससे इस क्षेत्र में रोजगार को प्रोत्साहन मिलेगा।
उन्होंने कहा कि भारत में रत्नों एवं आभूषणों का 43 बिलियन का निर्यात उद्योग देश के सकल घरेलू उत्पाद में 7 फीसदी और कन्ट्री मर्चेन्डाइज़ निर्यात में 15 फीसदी का योगदान देता है। हम जयपुर में जेम बोर्स की स्थपना के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार के साथ बातचीत कर रहे हैं, जो कलर्ड जेमस्टोन उद्योग को विश्वस्तरीय बाज़ार के समकक्ष लाने में मददगार साबित होगा और साथ ही इस सेक्टर में हज़ारो नौकरियां भी पैदा करेगा।’’
आपको बता दें कि तीन दिवसीय जेमस्टोन वीक में कई देशों जैसे अल्जीरिया, आर्मेनिया, चीन, इजिप्ट, जर्मनी, इटली, जोर्डन, कजा़किस्तान, लेबनाॅन, कातर, रूस, सउदी अरब, स्पेन, ताईवान, यूएई, यूके, उज़बेकिस्तान से अंतरराष्ट्रीय मेहमनों को भरपूर अवसर प्रदान करेगा। उन्हें रत्न उद्योग की आपूर्ति श्रृंखला, मौजूदा कारोबार प्रथाओं के बारे में जानने का मौका देगा। इसके अलावा भारत से शीर्ष पायदान के 36 रत्न निर्माताओं को 22 देशों से आए 89 खरीददारों के साथ इन्टरैक्ट करने का मौका मिलेगा।