मामूली बात पर दबंगों ने किया 70 दलित परिवारों को बुनियादी जरूरतों से बेदखल
बाड़मेर। राजस्थान में बाड़मेर जिले के कलुंडी गांव में 70 दलित परिवारों को बुनियादी जरूरतों से बेदखल किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। वहीं इस मामले के सामने आने के बाद 16 लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, बाड़मेर जिला मुख्यालय से करीब 130 किलोमीटर दूर स्थित कलुंडी गांव में मामूली बात को लेकर गांव के दबंगों ने 70 दलित परिवारों को कथित रूप से बुनियादी आवश्यकताओं से वंचित कर दिया। इन परिवारों का हुक्का—पानी बंद कर सार्वजनिक टांके से पानी व दुकानों से सामान लेने और बच्चों को स्कूल भेजने तक पर रोक लगा दी गई। गांव में पिछले चार दिनों से गांव में पुलिस का पहरा है।
दरअसल, गांव के कुछ जाति विशेष के युवाओं ने दलित समाज पर सोशल साइट के जरिये जातिगत कमेंट्स किये थे, जिसके बाद बायतु क्षेत्र के रहने वाले एक व्यक्ति ने उन युवकों पर एससी—एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करवा दिया। इसके बाद आरोपी पक्ष के परिवार वालों ने गांव के इन एससी एसटी वर्ग के परिवारों के खिलाफ नाराजगी व्यक्त करते हुए अपने समाज की एक बैठक बुलाकर इन 70 परिवारों के लिए बुनियादी आवश्यक पर रोक लगा दी।
पीड़ित परिवारों का कहना है कि गांव के एक जाति विशेष के लोगों ने उनका हुक्का—पानी बन्द कर दिया है, जिसके चलते हम पिछले 7 दिनों से घरों के अंदर रहने को मजबूर हैं। अब गांव में पुलिस लगाई है तो हमारे बच्चे स्कूल जाने लगे हैं। वही दूसरी ओर, मंगलवार को राजपुरोहित समाज सैकड़ों लोग सड़कों पर उतरे और समाज को बेवजह बदनाम किए जाने का आरोप लगाया।
इस पूरे मामले को लेकर बालोतरा पुलिस थाने में 17 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर भी दर्ज करवाई गई है। वहीं गांव में पुलिस की तैनाती किए जाने के बाद पीड़ित परिवारों के बच्चे स्कूल जाने लगे हैं। फिलहाल इस पूरे मामले के सामने आने के बाद पीड़ित परिवारों को सुरक्षा दी गई है और जांच शुरू कर दी गई है।