पोषण माह पर जिला स्तरीय अधिकारियों की आमुखीकरण कार्यशाला
जयपुर। समेकित बाल विकास सेवाएं अंतर्गत विश्व बैंक एवं भारत सरकार के सहयोग से संचालित पोषण अभियान के तहत सितम्बर माह को पोषण माह के रूप में आयोजित किया जायेगा। पोषण माह के दौरान जिला, ब्लाॅक एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गतिविधियों का आयोजन कर आमजन तथा समुदाय में स्वास्थ्य एवं पोषण के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी। आमुखीकरण कार्यशाला में समेकित बाल विकास विभाग के उप निदेशकों, बाल विकास परियोजना अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों के साथ-साथ अन्य संबन्धित विभागों यथा ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, पेयजल एंव स्वच्छता विभाग से राज्य एवं जिला स्तरीय अधिकारियों ने भाग लिया।
कार्यशाला के प्रारंभ में सुषमा अरोड़ा, निदेशक, समेकित बाल विकास सेवाऐं ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए आमुखीकरण कार्यशाला के संबन्ध में विचार व्यक्त किये। कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में प्रमुख शासन सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग रोली सिंह ने सहभागियों को संबोधित करते हुए बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों पर उपलब्ध पोषण एवं स्वास्थ्य संबन्धी सेवाओं की निगरानी के लिए पुरानी व्यवस्थाओं में परिवर्तन कर नवीन तकनीकों का समावेश कर मोबाईल एप्लीकेशन का उपयोग राज्य में प्रारंभ किया जा चुका है एवं इसके परिणाम भी अत्यंत सकारात्मक रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए शेष रहे सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर शीघ्र ही स्मार्टफोन उपलब्ध कराये जाएंगे।
आमुखीकरण कार्यशाला के दौरान विभिन्न प्रस्तुतिकरणों के द्वारा आगामी सितम्बर में पोषण माह के दौरान आयोजित की जाने वाली गतिविधियों के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दी गई एवं विभिन्न विभागों द्वारा ग्राम एवं वार्ड स्तर पर आयोजित की जाने वाली पोषण एवं स्वास्थ्य संबन्धी गतिविधियों के आयोजन के दौरान सभी संबन्धित विभागों के क्षेत्रीय प्रतिनिधियों की भूमिका के महत्व के बारे में चर्चा की गई। इसके लिए आपसी समन्वय एवं सामन्जस्य के साथ पोषण माह में क्रियान्वित की जाने वाली गतिविधियों की कार्ययोजना तैयार किये जाने पर बल दिया। कार्यशाला में स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में कार्य करने वाले विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय संस्थानों यथा वल्र्ड बैंक से डाॅ. अरविन्द सिंघल (राज्य समन्वयक), यूनिसेफ से निजामुद्दीन अहमद, वनिता (पोषण अधिकारी) एवं टीम आदि की सक्रिय सहभागिता रही।
कार्यशाला के प्रारंभ में सुषमा अरोड़ा, निदेशक, समेकित बाल विकास सेवाऐं ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए आमुखीकरण कार्यशाला के संबन्ध में विचार व्यक्त किये। कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में प्रमुख शासन सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग रोली सिंह ने सहभागियों को संबोधित करते हुए बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों पर उपलब्ध पोषण एवं स्वास्थ्य संबन्धी सेवाओं की निगरानी के लिए पुरानी व्यवस्थाओं में परिवर्तन कर नवीन तकनीकों का समावेश कर मोबाईल एप्लीकेशन का उपयोग राज्य में प्रारंभ किया जा चुका है एवं इसके परिणाम भी अत्यंत सकारात्मक रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए शेष रहे सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर शीघ्र ही स्मार्टफोन उपलब्ध कराये जाएंगे।
आमुखीकरण कार्यशाला के दौरान विभिन्न प्रस्तुतिकरणों के द्वारा आगामी सितम्बर में पोषण माह के दौरान आयोजित की जाने वाली गतिविधियों के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दी गई एवं विभिन्न विभागों द्वारा ग्राम एवं वार्ड स्तर पर आयोजित की जाने वाली पोषण एवं स्वास्थ्य संबन्धी गतिविधियों के आयोजन के दौरान सभी संबन्धित विभागों के क्षेत्रीय प्रतिनिधियों की भूमिका के महत्व के बारे में चर्चा की गई। इसके लिए आपसी समन्वय एवं सामन्जस्य के साथ पोषण माह में क्रियान्वित की जाने वाली गतिविधियों की कार्ययोजना तैयार किये जाने पर बल दिया। कार्यशाला में स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में कार्य करने वाले विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय संस्थानों यथा वल्र्ड बैंक से डाॅ. अरविन्द सिंघल (राज्य समन्वयक), यूनिसेफ से निजामुद्दीन अहमद, वनिता (पोषण अधिकारी) एवं टीम आदि की सक्रिय सहभागिता रही।